कलेक्टर व सीईओ समर कैंप समापन कार्यक्रम में शामिल हुए।
कलेक्टर श्री बुद्धेश कुमार वैद्य आज विदिशा के बरईपुरा स्थित सीएम राइज विद्यालय में आयोजित समर कैंप के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर श्री बुद्धेश कुमार वैद्य, जिला पंचायत सीईओ डॉक्टर योगेश भरसट समेत अन्य अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर किया गया।
समर कैंप के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री बुद्धेश कुमार वैद्य ने कहा कि शासकीय विद्यालयों में समर कैंप कार्यक्रम में बच्चों द्वारा जो सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं, कबाड़ की जुगाड़ से जिस तरह उन्होंने विभिन्न प्रकार की आकर्षक पेंटिंग बनाई यह वाकई प्रशंसनीय है उन्होंने सभी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
जिला पंचायत सीईओ डॉक्टर योगेश भरसट ने विद्यालयीन छात्र-छात्राओं की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम गरीब परिवार से आते थे जब वह देश के सर्वोच्च पद पर पहुंच सकते हैं तो सरकारी स्कूल के छात्र-छात्राएं भी पढ़ लिखकर आगे बढ़ सकते हैं और देश दुनिया में अपना नाम रोशन कर सकते हैं।
विदिशा जिले के सभी शासकीय विद्यालयों में 1 मई से प्रारंभ हुए समर कैंप कार्यक्रम का समापन आज विदिशा के बरईपुरा स्थित सीएम राइज विद्यालय में हुआ। कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा कबाड़ से जुगाड़ कर विभिन्न प्रकार के आकर्षक डिजाइन तैयार किए गए, बाल पेंटिंग, कैनवास पर मधुबनी पेंटिंग इत्यादि बनाई गई। इसके अलावा स्कूल के विद्यार्थियों ने क्लासीकल नृत्य की प्रस्तुति भी दी। बच्चों द्वारा तीन ग्रुपों में क्लासीकल नृत्य की प्रस्तुति दी जिनमें कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों ने पहली प्रस्तुति, कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों ने द्वितीय प्रस्तुति तथा कक्षा 9 से 12वी तक के विद्यार्थियों ने तृतीय प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों व पालकों ने बच्चों द्वारा दी गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना की। इसके साथ ही बच्चों द्वारा मटकियों में पौधे लगाकर आकर्षक साज-सजा की गई थी जिसे भी अतिथियों ने खूब सराहा।
स्वागत उद्बोधन विद्यालय प्राचार्य डॉक्टर दीप्ति शुक्ला ने दिया तथा मंच का संचालन श्री कमलेश दुबे के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी श्री आरके ठाकुर समेत अन्य अधिकारी गण, पालक गण व स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।